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bookmark_borderभारतीय नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ

भारतीय नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को उदित होने वाले सूर्य की प्रत्येक किरण हर दिन आपके तथा आपके परिवारजनों के जीवन में सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य, उत्साह एवं सफलता की रजत धूप प्रसारित करे, और प्रत्येक निशा का चन्द्र प्रेम एवं शान्ति की धवल ज्योत्स्ना ज्योतित करे… WOW India की ओर से एक नवीन और सकारात्मक भारतीय नव सम्वत्सर, साम्वत्सरिक नवरात्र, गुड़ी पड़वा और उगडी की सभी को अनेकानेक हार्दिक शुभकामनाएँ… माँ भगवती अपने नौ रूपों में सभी की रक्षा करते हुए सभी का कल्याण करें… और सभी की मनोकामनाएँ पूर्ण करें…
—–कात्यायनी

 

आ गया है मेरे प्यारे देश का नववर्ष

पूरी वसुधा में है अनोखा
यह भारतवर्ष हमारा

Rekha Asthana
Rekha Asthana

नववर्ष का आरम्भ ही यहाँ
खुशहाली से होता।
चहुं ओर छाई होती है प्रकृति की
अद्भुत छवि निराली।
मंद -सुगन्धित बयार बहे और
जन-जन में नवजीवन भरती।
क्यों न करें हम अपने नववर्ष का स्वागत जब
माँ दुर्गा देने आशीष सभी को स्वयं
इस धरती पर आती।
सुमनों से दिशा -दिशा रंगीन है सबके मन को मोहे
धरती से आकाश तलक बस  प्यार ही प्यार उपजे
वृक्ष लद जाते मंजरियों से कोयल तान सुनाती
फसलों के सुनहरे पन को देख
कृषक बहुत हर्षाता।
तभी मनाते नववर्ष हम जब
हर ओर सुन्दरता छाए।
तरह-तरह के खग -विहग अपनी केली करते।
आओ इस नववर्ष पर कर लें कुछ प्रतिज्ञा
हर व्यक्ति रहे सदा ही खुश
मन में उसके प्रकृति प्रेम भर दें।
अपने आने वाली संतति को हम
एक प्रदूषण रहित पर्यावरण दें।
उर में सभी के बहुत है हर्ष
क्योंकि प्रारंभ हो रहा है अपना ‘नववर्ष’
—–रेखा अस्थाना, ग़ाज़ियाबाद

कष्ट रहित हो जीवन सबका

आया वसन्त नव वर्ष लिए,

कात्यायनी डा पूर्णिमा शर्मा
कात्यायनी डा पूर्णिमा शर्मा

मुद मंगल का नव गीत लिए |
सुख की पीली सरसों विहँसे,
खग कुल मस्ती में चहक उठे ||

नव पत्रित वृक्षों की डाली
फल पुष्पों से है लदी हुई |
और हरा घाघरा, पीत चुनरिया
से वसुधा है सजी हुई ||

नवल आस विश्वास नवल ले
कामदेव भी मुसकाता है |
सुख समृद्धि के मलयानिल से
हर घर आँगन महकाता है ||

चैत्र शुक्ल की नवल प्रतिपदा,
नवल भोर लेकर आई है |
नव सम्वत्सर, दिवस नवल है,
नवल रात्रि भी मुस्काई है ||

नवल वर्ष की स्वर्णिम किरणें
सबही का हैं मन हर्षाएँ |
नवल भोर का सूर्य नवोदित
सबको नूतन पथ दिखलाए ||

आज धरा पुलकित होती है,
और गगन भी मुस्काता है |
चिन्ताएँ हैं बड़ी, मगर कल
खुशियों का आने वाला है ||

निष्कंटक हों मार्ग सभी के,
और निरोगी सबके तन मन |
कर्म सिद्ध सबके ही हों, और
कष्टरहित हो सबका जीवन ||
—–कात्यायनी

चैत्र नववर्ष प्रतिपदा की अनेकानेक शुभकामनाएं और बधाई

Pramila Sharad Vyas
Pramila Sharad Vyas

पल पल पुलकित प्रतिपदा में,
चैत्र नववर्ष शुभ शुभ फल दे।
नित नवीन नव संकल्पों का ,
पुनित भाव भर नव बल दे।।
—–प्रमिला शरद व्यास, उदयपुर राजस्थान

हिंदू नव वर्ष और नवरात्रि
आओ करें स्वागत नव वर्ष का
जो लिए आया है नया सवेरा
मौसम में आ गई बसंत की बहार

Mrs. Madhu Rustagi
Mrs. Madhu Rustagi

घरती गगन मे गूंजता खुशी का मल्हार
आज नव वर्ष पर है गुड़ी पड़वा का त्योहार
रंगोली सजाओ पूरन पोली बनाओ
मेवा की गुंजिया खिलाओ मेरे यार।
चैत्र मास है और है मां दुर्गा का आगमन
वो करती ख्वाईशें पूरी, दिल से करो जो आचमन।
महकते रहो बसंत की तरह
चमकते रहो फागुन की तरह
बीते अतीत को भूल जाओ पतझड़ की तरह।
सजाओ द्वारे बंधनवार धर्म ध्वजा फहराओ
सभी को मिले सुख संपति ,स्वास्थ्य,संस्कार,
सपने हो सबके पूरे,समृद्ध खुशहाल हो घरपरिवार।
मिट जाए मन का अंधेरा,नववर्ष जैसा हो रोज़ सवेरा
हिंदू नव वर्ष की रोशनी करे सभी के घर में बसेरा।
दुपहरिया हो अभिलाषा भरी,
शाम लेके आए उम्मीदों की टोकरी
रात हो घर में सुकून से भरी।
यही शुभकामना है मधु की सभी के लिए
जलते रहे भारत में नववर्ष की दिव्य रोशनी के दीए।

—–मधु रुस्तगी, ग़ाज़ियाबाद

उठ रही सुगंध गुलाबों की

उठ रही सुगंध गुलाबों की

P.N. Mishra
P.N. Mishra

यह हृदय खो रहा मंद मंद
पंखुड़ी, स्नेह की लिपट रही
हुई आर्द्र, समेटे हुए मकरंद।

अश्वारोही बन कर के मां
आ रही आज संतान के घर
ऊषा की प्रथम लाली ने रंगा
नवरात्र पावनी, प्रथम प्रहर।

चंदन, अक्षत और धूप, दीप
पुष्पों के हार, सजा के रखो
शुक्ला के संग, अमावस है
आसन दैविक हों, बिछा के रखो।

तुम वंदनवार सजा के रखो
मैं यज्ञ में आहुति देता हूं
गूंजे उच्चारण मंत्रों का
निकले ध्वनि “मैं ही प्रणेता हूं”

पूजित हो राम की शक्ति आज
काशी की गंगा तरंगित हो
नवरात्र में मां के रूपों की
आभा,ममतामय लक्षित हो!
—–प्राणेन्द्रनाथ मिश्रा, कोलकाता

गुड़ी पड़वा
गुड़ी पडवा, गुड़ी पडवा, गुड़ी पडवा  आया है,
नया विक्रमी संवत नूतन, चैत शुक्ल ले आया है।

Dr. Himanshu Shekhar
Dr. Himanshu Shekhar

महाराष्ट्र में हर दरवाजे पर, गुड्डी का साया है,
डंडे पर हैं फूल लगे, ऊपर गुड्डी फहराया है।
नए नए कपड़े पहने हैं, खुद को बहुत सजाया है,
पर्व मनाने घर सफाई कर, दीप जलाने आया है।
बच्चे, बूढ़े और जवान, सारे ने मिल फरमाया है,
गुड़ी पडवा, गुड़ी पडवा, गुड़ी पडवा  आया है।

भारत का हर प्रांत मनाए, अलग नाम ले आया है,
चेटी चाँद, अट्टुवेला, और झूलेलाल भी पाया है।
सुनो उगादी, चैत्र मास की नवरात्रि भी लाया है,
पूरे भारत में शुभ लाने, का दिन पावन आया है।
सृष्टि की रचना का दिन है, यही बताने आया है,
गुड़ी पडवा, गुड़ी पडवा, गुड़ी पडवा  आया है।

पूरनपोली, मीठे चावल, और श्रीखंड बनाया है,
नए वस्त्र धारण करके, पकवान थाल भर लाया है।
मन प्रसन्न रखने को दिल में, ईश्वर यहाँ बसाया है,
ब्रह्मा, विष्णु की पूजा, करने का शुभ दिन आया है।
घर में रंगोली बनती है, घर को आज सजाया है,
गुड़ी पडवा, गुड़ी पडवा, गुड़ी पडवा  आया है।
—–डॉ हिमांशु शेखर, पुणे

bookmark_borderAdult Vaccination

Adult Vaccination

Dear friends! Adult immunization is an essential component of preventive healthcare. Vaccines protect individuals, prevent the spread of diseases, and help to create healthier communities. That’s why, Dr. Ruby Bansal – a Preventive health & Infectious Diseases Expert and Joint Secretary of WOW India – is telling us about Adult Vaccination… You can contact her on : 9910530309…Must read… Dr. Purnima Sharma, Sec. Gen. of WOW India and Editor of WOW Web…

Adult Vaccination: Most economical and effective tool for prevention of infectious diseases

Immunization is often associated with childhood vaccinations

Dr. Ruby Bansal
Dr. Ruby Bansal

Are they only for children?

Do adults need vaccines ?

 the importance of vaccines extends well into adulthood. Adult immunization plays a vital role in preventing diseases, reducing complications, and safeguarding public health. Despite this, there is a significant gap in adult vaccination rates compared to childhood vaccination rates.

This article highlights the importance of adult immunization and aims to raise awareness about the vaccines recommended for adults.

Whole World is witness about role of covid vaccination in community

The Need for Adult Immunization:

Protecting against Vaccine-Preventable Diseases: Vaccines are one of the most effective ways to prevent infectious diseases. Many diseases, such as influenza, pneumonia, shingles, hepatitis & typhoid  can have severe consequences for adults. Vaccination helps reduce the risk of infection and its complications.

Reducing Disease Transmission: Vaccines not only protect the vaccinated individual but also help prevent the spread of diseases within the community. By getting vaccinated, adults can contribute to herd immunity, protecting those who cannot be vaccinated due to medical conditions or age.

Recommended Vaccines for Adults:

Influenza (Flu) Vaccine: The influenza virus can cause severe illness and even death, particularly in older adults and individuals with chronic health conditions. Yearly flu vaccination is recommended for all adults.

Pneumococcal Vaccines: Pneumococcal disease can lead to pneumonia, meningitis, and bloodstream infections. Vaccination is recommended for adults over 65 years old and those with certain medical conditions like COPD, Asthma, Immunocompromised status, transplant patients etc

Tetanus, Diphtheria, and Pertussis (Tdap) Vaccine: Protection against tetanus, diphtheria, and pertussis (whooping cough) can weaken over time. Adults should receive a booster Tdap vaccine and tetanus-diphtheria (Td) booster every 10 years.

Shingles (Herpes Zoster) Vaccine: Shingles can cause a painful rash and long-lasting nerve pain. The shingles vaccine is recommended for adults aged 50 and older.

Hepatitis Vaccines: Vaccines are available for hepatitis A and hepatitis B, which can cause liver disease. Vaccination is recommended for adults at risk due to occupation, travel, lifestyle choices, or certain medical conditions.

Human Papillomavirus (HPV) Vaccine: The HPV vaccine protects against several types of cancer, including cervical, anal, and oropharyngeal cancers. It is recommended for adults up to age 26 years , particularly those who missed vaccination in adolescence. It is recommended young boys as well girls upto age 16 years

This vaccine is important both adolescents boys and girls

Adult immunization is an essential component of preventive healthcare. Vaccines protect individuals, prevent the spread of diseases, and help to create healthier communities. It is crucial for adults to stay up-to-date with their immunizations and consult with healthcare providers to determine the vaccines that are appropriate for their age, health status, and lifestyle. By prioritizing adult immunization, we can all contribute to a healthier future for ourselves and those around us.

bookmark_borderहोली तो हो ली

होली तो हो ली

होली तो हो ली… इस अवसर पर हमारे कई सदस्यों की रंगभरी रसभरी रचनाएँ WOW India के “साहित्यकृतिक” पटल पर प्राप्त हुईं, उन्हीं में से कुछ रचनाएँ यहाँ प्रस्तुत हैं… डा पूर्णिमा शर्मा

फाग की थाप पे गाती होली ।

Mrs. Madhu Mohna
Mrs. Madhu Mohna

आ गई धूम मचाती होली ।

फूली सरसों पे भँवर हैं डोलें

भंग में डूब नचाती होली ।

प्रीत की रीति अलग रंगों में

पढ़ रही है पी की पाती होली ।

मोर से पंख सजा रंगों के

श्याम को ख़ूब रिझाती होली ।

होलिका भस्म हुई खुद जलकर

क्यूँकि बस झूठ जलाती होली ।

लाल पीले हरे नीले  सारे

रंग दामन में समाती होली ।

भूल कर शिकवे गिले सारे मधु

प्यार से अपना बनाती होली ।

मधु शर्मा मोहना, न्यूयार्क

 

हमहू गइबे, बिहनवा में फाग रे:

P.N. Mishra
P.N. Mishra

लाल  रंग हमका लगाय देव बबुआ, होली में चढ़त जवानी रे!

फेंकत रहन ऊ अटारी से रंगवा, अबहुँ हैं मोरी दीवानी रे!

राजा के रानी के बतिया न करेहुं, छोड़ो ठिठोली की बतियाँ

अपने ही हथवा, पिलाए दियो हमका, ठंडई में भंगवा का पानी रे!

मनवा पुकारे, पपीहन के जैसे, धधके कलेजवा मा आगुन,

अपने ही रंग में डुबाय देऊ हमका, सुनाइ कै पुरानी कहानी रे!

लाल  रंग हमका लगाय देव बबुआ, होली में चढ़त जवानी रे!

फेंकत रहन ऊ अटारी से रंगवा, अबहुँ हैं मोरी दीवानी रे!

प्राणेंद्र नाथ मिश्र, कोलकाता

 

बसन्त  की मस्ती में

Rekha Asthana
Rekha Asthana

ऋतु बासन्ती चली बयार

फागुन  के महीने में

प्रकृति में चहुंओर उमड़ा प्यार।

आम्र डालियाँ हुईं विनम्र

झुककर मंजरियों ने दिया निमंत्रण।

आओ शुक,कोयलिया आओ

प्रेम का तो एक गीत सुनाओ।

तितलियों ने जब अवसर देखा

आकर डाल से मंजरियों का रस चूसा।

भ्रमर बिचारा प्रिय  प्रेम में पागल

बैठ पुष्पों पर उठना न जाने।

संध्या होते ही जब कलियाँ बंद होती

फिर पागल भौंरा जाए कहाँ से।

होता है अक्सर ऐसा ही जब

प्यार किसी से कोई करता है

छोड़कर न जाने का कभी उसका

जी भी क्या करता है?

शक नहीं  कि उसमें चाहे घुटकर

वह मर जाता है।

है फागुन  मास का यही तो आकर्षण 

सबको मोहित कर लेती है।

वसुधा भी तो देखो निज प्रिय को

रिझाने पीली चूनर ओढ़ती है।

 अपार खुशी से देखते कृषक अपनी अपनी धरती को,

दूर तक स्वर्णिम छटा दिखती

उनको अपनी धरा पर

चहुंओर के खुशी के वातावरण में

कृषक भी छोड़कर  लोकलाज को

पत्नी को गले लगाता है।

जब दिशी-दिशी से मंद सुगन्धित  बयार बहे,

तब कौन ऐसा पागल  होगा जो

अपनी प्रिया को न प्यार करे।

है ही यह फागुन  की ऋतु ऐसी

जन -जन में प्रेम का संचार है भरती

अपने तो अपने गैरों को भी है अपना बनाती।

यह है केवल अपने देश की ही महिमा हर ऋतु की होती अपनी गरिमा।

आओ इस बसन्त ऋतु में बांटे सब में प्यार और अपने देश के नववर्ष

का स्वागत करने को हो जाएँ तैयार।

रेखा अस्थाना

 

होली का हुड़दंग

Ruby Shome
Ruby Shome

होली के हुड़दंग में सब संगी साथी संग

मस्ती में सब नाच रहे हैं चढ़ा है ऐसा रंग

जोगीरा सा रा रा रा

फाग में अबीर-गुलाल से होते दो दो हांथ

एक दूजे के रंग में सब रंग जाते गाल कभी तो मांथ

जोगीरा सा रा रा रा

कोई नाचे आंगन में कोई गली चौबारे

भंग का रंग चढ़ा है ऐसा हो गए वारे न्यारे

जोगीरा सा रा रा रा

गुझिया और मिठाई से सज गए हैं बाजार

गली-गली में बिक रहे पिचकारी और रंगों की कतार

जोगीरा सा रा रा रा

कोई बैठा घोल रहा है रंगों में कई रंग

कोई ठंडाई पीकर मचा रहा हुड़दंग

जोगीरा सा रा रा रा।

रूबी शोम

 

भुला दो गिले शिकवे ये सारे

Mrs. Madhu Rustagi
Mrs. Madhu Rustagi

होली के खिलखिलाते रंगों की बौछारों में

क्यों ना भिगो दे,तन मन हम सारे।

फूल भी खेलें होली देखो,रंगों के संग मिल के

ढूंढे बहाने हज़ार, गोरी की झीनी चुनरिया भिगोने के।

क्यूं शर्माए आज़ हम सब,रंग तो एक बहाना है,

प्रेम और रंगों की पिचकारी से मन के तार भिगोना है।

सुबह की हल्की मीठी सी ठंड और नाचती सूरज की किरणें

टेसू के फूलों की थाली लेकर,फागुन आया अंगनावा बसने।

कलियां भी घूंघट खोल खोल रूप बिखरे ऐसा अपना

इंद्रधनुषी छटा फैली चहुं ओर,सच है ये,नही  सपना।

होंठ कटीले,मुस्काती बिंदियां,नयन तेरे कजरारें

मादक मुस्कान गोरी की, होश उड़ाए हमारे।

होली संग आई देखो मदमस्त रंगीली बहारें।

मधु रुस्तगी

 

कब होली

Dr. Himanshu Shekhar
Dr. Himanshu Shekhar

भाँग, अबीर, गुलाल, मलाल, सभी उड़ते जब फागुन होली,

द्वेष जले, मिटते हर दाग, बने बदरंग, मने जब होली।

विष्णु कृपा बरसे जब पावक, शीतल होकर पावन होली।

देख हुआ हुड़दंग जवान, बने सब आज मनाकर होली।

रंग लिए तन भींग रहे, बदले सब बाहर से, जब होली,

काश! सभी दिल को बदले, असली जग की तब नूतन होली।

रोज मना सकते कुछ ये दिल, पूछ रहा गुजरी जब होली,

लोग मना खुश आज हुए पर, बाद बता फिर से कब होली?

मित्र गले मिलते तब पर्व मनाकर, गीत सुना अब होली,

ये मुहताज नहीं दिन की, हर रोज मना सकते सब होली।

हिमांशु शेखर, पुणे

 

बन्धन आज सभी हैं टूटे, फागुन लाल कपोल हुआ है |

Katyayani Dr. Purnima Sharma
Katyayani Dr. Purnima Sharma

मन के टेसू के संग देखो हर तन लाल गुलाल हुआ है ||

निकल पड़ी मस्तों की टोली, आज खेलने रंग की होली |

जैसे झूम झूम कर खेतों में गेहूँ की बाली डोली ||

गोरी निरख रही दर्पण में, रंग रंगा निज रूप सलोना |

यही रूप तो कर बैठा है, रसिया पर कुछ जादू टोना ||

कुहुक कुहुक कर कोयलिया भी, आज मधुर एक गीत सुनाती |

और बौराए आमों पर, तोतों की टोली टेर लगाती ||

एक भ्रमर ने नई कली के अधरों से मधुपान कर लिया |

विटप आम्र ने लता माधवी का आलिंगन आज कर लिया ||

सतरंगी है हर घर आँगन, उपवन उपवन मस्ती छाई |

फूल फूल पर मस्त तितलियाँ, आज उड़ रही हैं बौराई ||

हर वन में मदिराया महुआ, खेत खेत में सरसों फूली |

लाल पलाश संग ये देखो, जंगल में भी आग है फैली ||

रश्मिरथी ने निज प्रताप से, शीत लहर कुछ शान्त करी है |

इसीलिए रसरंग में डूबी गोरी भी अब चिहुँक रही है ||

चाल चाल में मादकता और तन मन में मीठी अंगड़ाई |

रसिया ने बंसी की धुन में प्रेमपगी एक तान सुनाई ||

रसभीने अंगों पर देखो ,रंग फाग का खूब चढ़ा है |

हर पल ही है रंग रंगीला, और हर कण उल्लास भरा है ||

नाच रही हर किरन किरन, मदमस्त हवा कानों में बोले |

रसिया की बंसी की धुन पर, गोरी मस्त बनी अब डोले ||

कात्यायनी

 

प्रेम से प्रेम में सब सने,प्रेम का भाव सबल |

Pramila Sharad Vyas
Pramila Sharad Vyas

पल पल में बढ़ता रहें, प्रेम प्रवाह प्रबल ||

सब रसायन से बड़ा,प्रेम भाव एक  रुप |

रोम रोम में रम गया ,तन मन कंचन धूप ||

पीना चाहो प्रेम रस ,धर लो सज्जन वेश |

प्रेम पयाला पीजिएे,दूर हो सब क्लेश ||

सागर उमड़ा प्रेम का ,जीवन रसमय संग |

बिन बोले कहता फिरे, रोम रोम सब रंग ||

प्रेम छिपाये ना छिपे,करो अनेक उपाय |

कजरारे से नयन हुए,सागर उमड़ा जाय ||

प्रेम जगत आधार हैं ,कर लो तनिक विचार |

अमर बेल का बीज हैं,फले फुले परिवार ||

प्रेम वलय में वलय हैं, सुझे ना प्रतिबिम्ब |

आँखें मुंदे भाँप लो, प्रतिमान नव बिम्ब ||

प्रमिला शरद व्यास, राजस्थान

 

मेरे मन के ऑंगन में प्रिय, छम-छम नाच रही होली।

Neelu Mehra
Neelu Mehra

बाल-वृद्ध हर एक मस्त है, झूमे बच्चों की टोली।।

कुछ-कुछ शीत मुक्त है धरणी, फागुन दस्तक दे रहा।

राग द्वेष, नफरत की ऑंधी, खुद अपने सर ले रहा।।

मिलजुल सब होली खेलो, भीगे दामन औ’ चोली।

बाल-वृद्ध हर एक मस्त है, झूमे बच्चों की टोली।।

आम्र मञ्जरी से भर जाती, अम्बुआ की हर डाल है।

टेसू के रक्तिम पुष्पों की, शोभा भारी कमाल है।।

कोयल पिक सब कूक रहें हैं, प्यारी,मीठी है बोली।

बाल-वृद्ध हर एक मस्त है, झूमे बच्चों की टोली।।

ढोल- नगाड़े बाज रहे हैं, पीते भांग निगोड़ी है।

सुध-बुध खोया है हर बंदा, हुड़दंग करे जोड़ी है।

भेद-भाव सब भूल-भाल कर,वो करते खूब ठिठोली।

बाल-वृद्ध हर एक मस्त है, झूमे बच्चों की टोली।।

कान्हा की शोभा है न्यारी, रंगा हुआ हर अंग है।

लाल, गुलाबी,नीला,पीला,चटक श्यामल तो रंग है।।

लगा गुलाल प्रिया राधे को, कान्हा करे बरजोरी है।

बाल-वृद्ध हर एक मस्त है, झूमे बच्चों की टोली।

भर पिचकारी राधा लाई, कान्हा छुपे हर बार हैं।

मन मसोस राधा रह जाती, अद्भुत सुकोमल नार है।।

राधे के मस्तक पर साजे, चंदन टीका औ’ रोली।

बाल-वृद्ध हर एक मस्त है झूमे बच्चों की टोली।।

नीलू मेहरा, कोलकाता

 

 

bookmark_borderUnderstanding Hypertension

Understanding Hypertension

Dr. Deepika Kohli
Dr. Deepika Kohli

Understanding Hypertension – an article by Dr. Deepika Kohli – a well-known Dietitian/Nutritionist and a Certified Diabetes Educator from Pfizer in 2011. She is a member of Indian Dietetic Association. Must read… Dr. Purnima Sharma, Secretary General & Editor of WOW Website…

Understanding Hypertension:

Definition, Normal vs. Elevated Values, and Dietary Management

Hypertension, commonly known as high blood pressure, is a chronic medical condition characterized by elevated blood pressure levels in the arteries. Blood pressure is the force of blood pushing against the walls of the arteries as the heart pumps blood throughout the body. Hypertension is a significant risk factor for cardiovascular disease, including heart attack, stroke, and other complications, making its management

crucial for overall health.

**Definition of Hypertension* *

Hypertension is typically defined as blood pressure measurements consistently higher than normal. Blood pressure is measured in millimetres of mercury (mmHg) and is recorded as two numbers:

  1. * *Systolic Pressure**: The first (top) number represents the pressure in the arteries when the heart beats or contracts to pump blood.
  2. **Diastolic Pressure**: The second (bottom) number represents the pressure in the arteries when the heart is at rest between beats.
  • *Normal vs. Elevated Blood Pressure Values* *

The American Heart Association (AHA) classifies blood pressure values into the following categories:

 * *Normal**: Systolic pressure less than 120 mmHg and diastolic pressure less than 80 mmHg.

  • * *Elevated**: Systolic pressure between 120-129 mmHg and diastolic pressure less than 80 mmHg.
  • * *Hypertension Stage 1**: Systolic pressure between 130-139 mmHg or diastolic pressure between 80-89 mmHg.
  • * *Hypertension Stage 2**: Systolic pressure 140 mmHg or higher or diastolic pressure 90 mmHg or higher.
  • * *Hypertensive Crisis**: Systolic pressure higher than 180 mmHg and/or diastolic pressure higher than 120 mmHg.

It’s important to note that elevated blood pressure values may require lifestyle modifications and close monitoring to prevent progression to hypertension.

  • *Dietary Management for Hypertension* *

Diet plays a crucial role in managing hypertension by reducing blood pressure levels and lowering the risk of cardiovascular complications. Here’s a detailed look at dietary recommendations for individuals with hypertension:

  1. * *DASH Diet**: The Dietary Approaches to Stop Hypertension (DASH) diet is a well-established dietary pattern that emphasizes fruits, vegetables, whole grains, lean proteins, and low-fat dairy products while limiting saturated fats, cholesterol, and sodium. The DASH diet has been shown to significantly lower blood pressure levels.
  2. * *Limit Sodium Intake**: Excessive sodium intake can contribute to high blood pressure. Aim to limit sodium consumption by avoiding processed and packaged foods, which are often high in sodium, and using herbs, spices, and other flavourings to season meals instead of salt.
  3. * *Increase Potassium-Rich Foods* * Potassium helps counteract the effects of sodium on blood pressure. Include potassium rich foods such as bananas, oranges, spinach, sweet potatoes, and beans in your diet.
  4. * *Magnesium-Rich Foods**: Magnesium plays a role in regulating blood pressure. Foods high in magnesium include leafy green vegetables, nuts, seeds, whole grains, and legumes.
  5. * *Limit Alcohol Consumption**: Excessive alcohol consumption can raise blood pressure levels. If you choose to drink alcohol, do so in moderation (up to one drink per day for women and up to two drinks per day for men).
  6. * *Maintain a Healthy Weight**: Excess weight is a risk factor for hypertension. Aim to achieve and maintain a healthy weight through a balanced diet and regular exercise.
  7. * *Monitor Caffeine Intake**: While moderate caffeine intake is generally safe for most people, excessive caffeine consumption may temporarily raise blood pressure levels. Limit caffeine intake from sources such as coffee, tea, and energy drinks if needed.
  8. * *Be Mindful of Portion Sizes**: Pay attention to portion sizes to avoid overeating, which can contribute to weight gain and high blood pressure.

In conclusion, hypertension is a common medical condition characterized by elevated blood pressure levels in the arteries. Dietary management plays a crucial role in controlling blood pressure and reducing the risk of cardiovascular complications. By following a heart-healthy diet rich in fruits, vegetables, whole grains, lean proteins, and low-fat dairy products while limiting sodium, alcohol, and processed foods, individuals with hypertension can support overall heart health and improve their quality of life. It’s essential to work closely with a healthcare provider or registered dietitian to develop a personalized dietary plan tailored to individual needs and preferences.

bookmark_borderReport on International Women’s Day Celebration

Report on International Women’s Day Celebrations
By WOW India

WOW India द्वारा 9 मार्च को पटपड़गंज स्थित IPEX भवन में महारानी अहिल्याबाई होल्कर अवार्ड्स और संस्था के सदस्यों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रम के साथ International Women’s Day Celebrate किया गया ।

कार्यक्रम का आरम्भ डा अम्बुजा शर्मा द्वारा प्रस्तुत श्री गणेश वन्दना से हुआ । उसके बाद संस्था की Secretary General डा पूर्णिमा शर्मा ने पूरे साल के कार्यक्रमों का लेखा जोखा प्रस्तुत करते हुए महिलाओं से अपील की कि अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें । और फिर शुरू हुआ रंगारंग कार्यक्रमों का सिलसिला – जिसमें श्रीमती विमलेश अग्रवाल जी द्वारा प्रस्तुत “चना जोर गरम” को विशेष रूप से सराहा गया ।

इस अवसर पर हर वर्ष चार क्षेत्रों में संस्था के सदस्यों को Excellence और Appreciation अवार्ड्स भेंट किए जाते हैं – ये चार क्षेत्र हैं – समाज सेवा, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा तथा संगीत और कला । रंगारंग कार्यक्रम के बाद इस वर्ष क्रमशः डा आभा शर्मा को Medical के क्षेत्र में, श्रीमती वाणी अरोड़ा को समाज सेवा के क्षेत्र में तथा डा आशा अस्थाना को शिक्षा के क्षेत्र में ये अवार्ड्स भेंट किए गए । डा आभा शर्मा को DGF और WOW India की ओर से इस वर्ष का Woman of the year Award भी भेंट किया गया । इन सभी को स्मृति चिन्ह भेंट करनेके साथ ही इनकी उपलब्धियों के विषय में Citation भी पढ़े गए, जिनमें डा आभा शर्मा के लिए डा रूबी ने, आशा अस्थाना जी के लिए अनुभा पाण्डेय ने तथा वीणा अरोड़ा जी के लिए डा प्रिया कपूर ने citation read किया ।

Appreciation awards संगीत और कला के क्षेत्र में गुरनीत कौर को, समाज सेवा के क्षेत्र में श्रीमती मधु रुस्तगी को, Medical के क्षेत्र में डा चन्दर लता को तथा शिक्षा के क्षेत्र में श्रीमती ऋतु भार्गव को प्रदान किए गए ।

हर वर्ष ब्रांचेज की Best Volunteer Award तथा WOW India की Best Volunteer Award भी दिया जाता है, इस वर्ष के नाम इस प्रकार हैं :
श्रीमती लीना जैन – WOW India Main Organization
श्रीमती स्वीटी गोयल, योजना विहार
श्रीमती सरिता भूटानी, सूर्य नगर
श्रीमती अलका श्रीवास्तव, IPEX
श्रीमती सवीना गोयल, इंद्रप्रस्थ

हर वर्ष किसी क्षेत्र में अपना नाम स्थापित करने वाली एक Personality को Legendary Award भी दिया जाता है, जो इस वर्ष DGF की ओर से दिया गया Famous voice artist and singer स्वस्ति श्री को । इस सम्मान में भी स्मृति चिह्न के साथ सम्मानित व्यक्ति की उपलब्धियों के सम्बन्ध में citation प्रस्तुत किया जाता है । स्वस्ति श्री का citation डा दीपिका कोहली ने प्रस्तुत किया । इस अवसर पर स्वस्ति श्री ने दर्शकों की फरमाइश पर गला ख़राब होते हुए भी शिन चेन – जिसके लिए इन्होंने अपनी आवाज़ दी है – के डायलॉग और कुछ गीत भी प्रस्तुत किए, साथ ही शीघ्र ही नेटफिल्क्स पर शुरू होने वाले बच्चों के कार्यक्रम जिंगल किड्स के भी कुछ डायलॉग सुनाए – इस एनिमेशन को रशियन से हिन्दी में डब किया गया है जिसके हिन्दी भाषा के गीत और डायलॉग लिखने के साथ ही इस सीरीज में गीत भी गाए हैं अर्बेक चरित्र को अपनी आवाज़ भी दी है ।

श्रीमती बबीता खन्ना और और श्रीमती अपर्णा गोयल विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित रहीं ।

एक सफल कार्यक्रम के लिए संस्था के सभी सदस्यों को हार्दिक बधाई, और भविष्य में इसी प्रकार उत्साहित होकर कार्य करते रहें इसके लिए शुभकामनाएं…

कार्यक्रम का सफलतापूर्ण संचालन संस्था की Cultural Secretary श्रीमती लीना जैन किया । संस्था की Senior Vice President Vice श्रीमती बानू बंसल, President डा रश्मि जैन, Joint Secretary डा रूबी बंसल और डा दीपिका कोहली, treasure डा इन्दु त्यागी, Co-ordinator श्रीमती प्रमिला मलिक और श्रीमती अर्चना गर्ग तथा Governing Body Member डा प्रिया कपूर सहित संस्था के बहुत सारे सदस्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे । श्रीमती बानू बंसल के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ…

सभी सम्मानित सदस्यों और Personality को महारानी अहिल्या बाई होल्कर अवॉर्ड प्राप्त करने के लिए हार्दिक बधाई…

बहुत शीघ्र कार्यक्रम का वीडियो भी अपलोड किया जाएगा |

डॉ पूर्णिमा शर्मा, Secretary General WOW India & Editor of WOW Web

bookmark_borderSwine flu

Swine flu

            Dear friends! With the changing of weather, cases of Swine Flu have also started appearing. That’s

Dr. Priya Kapur
Dr. Priya Kapur

why, Dr. Ruby Bansal – a Preventive health & Infectious Diseases Expert – has written this article on the subject – what are the symptoms of this disease, what are the causes of this and how to prevent it… Dr. Priya Kapur, Editor WOW Web

Swine flu Causes Symptoms Treatment and Vaccination

Currently due to sudden change in weather many people are coughing and suffering from fever its favourable time for viral infections one of which is swine flu.

What is swine flu which is spreading around Causes, Symptoms, and Prevention

Dr. Ruby Bansal
Dr. Ruby Bansal

Swine flu, also known as H1N1 influenza, is a respiratory illness caused by the H1N1 virus. It first emerged in 2009, causing a global pandemic. While the virus has since become a seasonal flu virus, outbreaks can still occur. Understanding the causes, symptoms, and prevention measures is essential in managing the risk of swine flu.

Causes:

Swine flu is caused by the H1N1 virus, which is a subtype of influenza A virus. The virus can spread from person to person through respiratory droplets produced when an infected person coughs or sneezes. It can also spread by touching surfaces contaminated with the virus and then touching the mouth, nose, or eyes.

Symptoms:

The symptoms of swine flu are similar to those of seasonal influenza and can include:
Fever
Cough
Sore throat
Runny or stuffy nose
Body aches
Fatigue
Headache
Chills
Some people may also experience diarrhea and vomiting

Prevention:

Preventing swine flu involves practicing good hygiene and getting vaccinated

Vaccination: Getting vaccinated against the flu, including the H1N1 strain, is the most effective way to prevent swine flu. Annual flu vaccines are recommended for everyone over six months of age.

Hygiene: Wash your hands frequently with soap and water for at least 20 seconds, especially after coughing or sneezing. Use alcohol-based hand sanitizers if soap and water are not available. Avoid touching your face, especially your eyes, nose, and mouth.

Cover Your Mouth and Nose: When coughing or sneezing, cover your mouth and nose with a tissue or your elbow. Dispose of tissues properly and wash your hands immediately.

Stay Home When Sick: If you have flu-like symptoms, including fever, cough, and body aches, stay home from work or school to prevent spreading the virus to others.
Avoid Close Contact: Avoid close contact with sick individuals, and if you are sick, avoid close contact with others to prevent spreading the virus.

Treatment:
Most cases of swine flu are mild and can be treated with over-the-counter medications to relieve symptoms. However, in severe cases or for individuals at high risk of complications are advised by doctors antiviral medications like tamiflu and symptomatic treatment

Conclusion:

Covid is different from swine flu
Swine flu is a respiratory illness caused by the H1N1 virus. While it shares similarities with seasonal influenza, it can cause severe illness and even death, particularly in high-risk groups such as young children, pregnant women, older adults, and individuals with underlying health conditions. Practicing good hygiene, getting vaccinated, and staying informed about the latest developments in swine flu prevention and treatment are essential in reducing the risk of infection and mitigating its impact on public health.

bookmark_borderUnderstanding Diabetes

Understanding Diabetes

An article by Dr. Deepika Kohli

Hi friends! today I am sharing an article by Dr Deepika Kohli on Understanding Diabetes: Types, Diabetic Diet, and the Role of Fiber. Dr. Kohli is a well-known Dietitian/Nutritionist in Mayur Vihar Ph-I, Delhi and

Dr. Priya Kapur, Editor WOW Web
Dr. Priya Kapur, Editor WOW Web

has an experience of 26 years in this field. Ms. Deepika Kohli practices at Deepika’s Diet Clinic in Mayur Vihar Ph-I, Delhi, Jeevan Anmol Hospital in Mayur Vihar Ph-I, Delhi and Life Care Centre in Preet Vihar, Delhi. She is a Certified Diabetes Educator ) from Pfizer in 2011. She is a member of Indian Dietetic Association. Some of the services provided by the doctor are: Diabetic diet, PCOD Diet, Weight Gain Diet Counselling, Therapeutic Diet’s and Weight Loss Diet Counselling etc. Must read… Dr. Priya Kapur, Editor of WOW Website…

 

Understanding Diabetes: Types, Diabetic Diet, and the Role of Fiber

Dr. Deepika Kohli
Dr. Deepika Kohli

Diabetes is a chronic metabolic disorder characterized by elevated levels of blood glucose, either due to insufficient production of insulin (a hormone produced by the pancreas that regulates blood sugar) or the body’s inability to effectively utilize insulin. This condition affects millions of people worldwide and can lead to serious complications if not managed properly.

There are primarily two types of diabetes:

  1. **Type 1 Diabetes**: This type of diabetes occurs when the immune system mistakenly attacks and destroys the insulin-producing cells in the pancreas. As a result, the body is unable to produce insulin, leading to high blood sugar levels. Type 1 diabetes is typically diagnosed in children and young adults, and it requires lifelong insulin therapy for management.
  2. **Type 2 Diabetes**: Type 2 diabetes develops when the body becomes resistant to insulin or when the pancreas fails to produce enough insulin to meet the body’s needs. This type of diabetes is more common in adults, although it is increasingly being diagnosed in children and adolescents due to rising obesity rates and sedentary lifestyles. Type 2 diabetes can often be managed through lifestyle changes, such as diet and exercise, although some individuals may also require medication or insulin therapy.

A crucial aspect of managing diabetes, especially type 2 diabetes, is following a balanced and nutritious diet. For adults with diabetes, a diabetic diet aims to regulate blood sugar levels, maintain a healthy weight, and reduce the risk of complications. Here’s what a diabetic diet typically consists of:

  1. * *Carbohydrates**: Monitoring carbohydrate intake is essential for managing blood sugar levels. Instead of eliminating carbohydrates entirely, focus on consuming complex carbohydrates found in whole grains, fruits, vegetables, and legumes, as these are digested more slowly and have less of an impact on blood sugar levels compared to simple carbohydrates.
  2. * *Protein**: Including lean sources of protein, such as poultry, fish, tofu, legumes, and low-fat dairy products, can help stabilize blood sugar levels and promote satiety.
  3. * *Fats**: Opt for healthy fats, such as those found in nuts, seeds, avocados, and olive oil, while limiting saturated and trans fats, which can increase the risk of heart disease.
  4. * *Fiber**: Fiber plays a crucial role in the diabetic diet as it helps regulate blood sugar levels, improve digestion, and promote overall health. Fiber-rich foods include fruits, vegetables, whole grains, legumes, and nuts.

The role of fiber in the diabetic diet cannot be overstated. Fiber slows down the absorption of sugar into the bloodstream, which helps prevent spikes in blood glucose levels after meals. Additionally, fiber promotes a feeling of fullness, which can aid in weight management and reduce the risk of overeating.

Moreover, fiber-rich foods are often nutrientdense and low in calories, making them ideal choices for individuals with diabetes who need to manage their weight. Incorporating a variety of fiber-rich foods into meals and snacks can contribute to better blood sugar control and overall health.

In conclusion, diabetes is a complex condition that requires careful management, including dietary modifications. Following a diabetic diet that emphasizes balanced meals rich in complex carbohydrates, lean protein, healthy fats, and fiber can help individuals with diabetes maintain stable blood sugar levels, achieve a healthy weight, and reduce the risk of complications associated with the disease. Incorporating fiberrich foods into the diet is particularly important, as fiber offers numerous health benefits and plays a key role in managing blood sugar levels effectively.

bookmark_borderSudden Cardiac Arrest

Sudden Cardiac Arrest

Today we received a bad news that TV serial Anupama fame actor Rituraj Singh passed away due to a

Dr. Priya Kapur
Dr. Priya Kapur

 Sudden Cardiac Arrest. All of his fans are shocked. Nowadays we are hearing a lot about Sudden Cardiac Arrest. Basically this is a life style disease. I asked my dear friend and Joint Secretary of WOW India Dr. Ruby Bansal about this and she sent this article “Understanding Sudden Cardiac Arrest: A Simple Guide for Public Awareness” which I am publishing here. Dr. Ruby Bansal is a Preventive Health & Infectious Diseases Specialist. She is MD, fellow HIV Medicine (MAMC,Delhi) and Fellow Infectious Diseases (CMC, Vallore ). Must read the article… Dr. Priya Kapoor, Editor WOW India’s Website…

 

Sudden Cardiac Arrest

A Simple Guide for Public Awareness

Satish Kaushik · Sidharth Shukla · Om Puri · Inder Kumar · Reema Lagoo · Farooq Shaikh · KK· Raju Srivastav and now actor Ritu raj died of cardiac arrest. So many deaths due to heart illness.

Why it’s happening ?

Dr. Ruby Bansal
Dr. Ruby Bansal

Understanding Sudden Cardiac Arrest: A Simple Guide for Public Awareness

Introduction: Sudden Cardiac Arrest (SCA) is a serious and life-threatening condition that can happen to anyone, anywhere, and at any time. It occurs when the heart suddenly and unexpectedly stops beating, leading to a lack of blood flow to the brain and other vital organs.

SCA is different from a heart attack, and it requires immediate action for the best chance of survival.

Causes: SCA can be caused by various factors, including heart rhythm disorders (arrhythmias), structural heart problems, or other underlying health conditions. Some common causes include coronary artery disease, heart muscle disorders, and electrical problems in the heart.

Symptoms: Unlike some other heart conditions, SCA often occurs without warning signs.

However, in some cases, people may experience symptoms such as dizziness, fainting, chest pain, or shortness of breath before a cardiac arrest happens. It's important to note that not everyone will have warning signs, making awareness and preparedness crucial.

Risk Factors: Certain factors may increase the risk of SCA, including a history of heart disease, family history of sudden cardiac arrest, smoking ,alcohol high blood pressure, diabetes, and a sedentary lifestyle and most important and dangerous is stress. And one more reason is excessive sudden exercise. Understanding these risk factors can help individuals take proactive steps to reduce their chances of experiencing SCA.

Immediate Response: The key to improving survival rates during SCA is prompt action. If you witness someone collapsing and suspect SCA, follow these steps:

  1. Call for help: Dial emergency services immediately.
  2. Start CPR: Begin cardiopulmonary resuscitation (CPR) by giving chest compressions. Push hard and fast in the centre of the chest at a rate of about 100-120 compressions per minute.
  3. Use an AED: If available, use an automated external defibrillator (AED) if trained to do so. AEDs can analyse the heart's rhythm and deliver a shock if necessary, helping to restore normal heart function.

Prevention: While SCA cannot always be predicted or prevented, adopting a heart-healthy lifestyle can significantly reduce the risk. This includes regular exercise, maintaining a balanced diet, avoiding tobacco and excessive alcohol consumption, and managing stress.

Regular health check-ups and screenings are also essential for identifying and managing potential risk factors.

Conclusion: Increasing public awareness about sudden cardiac arrest is vital for saving lives.

Understanding the causes, recognizing the symptoms, and knowing how to respond quickly can make a significant difference in the outcome. By taking preventive measures and being prepared, individuals can contribute to a safer and healthier community.

Ask questions if any we will be happy to answer all your queries.

DR Ruby Bansal

Preventive Health & Infectious Diseases Specialist

MD, fellow HIV Medicine (MAMC,Delhi)

Fellow Infectious Diseases (CMC, Vallore )

 

 

 

 

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लो आ गया वसन्त

दिग दिगंत में घुल रही, केसर रंग सुगन्ध

Katyayani Dr. Purnima Sharma
Katyayani Dr. Purnima Sharma

धरा उतारे आरता, प्रेमी भए वसन्त
मां वाणी ने धर दिया, सर पर सबके हाथ
तभी मुखर है लेखनी, जिसने पकड़ी आज

आमों की डाली पर भंवरे, गुन गुन गीत सुनाते हैं
कोयल की पंचम को सुनकर, कामदेव मुस्काते हैं
चंचल तितली डाल डाल पर, पुष्पों को चुम्बन देती
मस्त धरा भी सरसों की, वासन्ती चादर से ढकती
—–कात्यायनी
जी हां, अभी 14 फरवरी को मां वाणी की अर्चना के साथ ही स्वागत किया ऋतुराज वसन्त का वसन्त पंचमी के रूप में… इस अवसर पर कुछ रचनाकार मित्रों की बड़ी मनोहारी रचनाएँ प्राप्त हुईं जो आज इस संकलन में हम प्रकाशित कर रहे हैं… वरिष्ठ कवयित्री डा रमा सिंह की निम्न पंक्तियों के साथ…
1.
बुद्धि, विद्या, ज्ञान का, सिर पर रखती हाथ ।

डा रमा सिंह
डा रमा सिंह

कलम सदा उठती तभी, जब माँ देती साथ ।।
पीली चादर ओढ़कर, आए राज वसन्त ।
कामरूप धरती हुई, रतिमय दिशा दिगन्त ।।
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं!
डा रमा सिंह🙏🙏🙏

2.
लेकिन वसन्त के राग की आलाप तानें आगे बढ़ाएं उससे पहले “वेलेंटाइन डे” के सन्दर्भ में पुलवामा के अमर शहीदों को श्रद्धानत भाव से नमन करते हुए रूबी शोम की विचारों को झकझोरने वाली एक रचना…
वैलेंटाइन डे याद रहा
पुलवामा तुम भूल गए
देश की खातिर जो

Ruby Shome
Ruby Shome

शहीद हुए
तुम वो कुर्बानी भूल गए
देश धर्म पर मिटने वाली
तुम वो 44 जवानी भूल गए
तुम को भी क्या ये याद नहीं
14 फरवरी 19 का दिन
पुलवामा पर हमला करते
वो कायर आतंकी थे
सीने पर जो गोली खाई
भारत मां के लाल, सिपाही थे
रक्त रंजित थी काया उनकी
चेहरे से लहू टपकता था
घायल होकर भी उनके
सीने में आग दहकता था
वो कुर्बानी शहीदों की
तुम वो शहादत भूल गए
वैलेंटाइन का लाल गुलाब तो याद रहा
तुम खून से लथपथ वीरों
को भूल गए
वैलेंटाइन डे याद रहा
पुलवामा तुम भूल गए।
रूबी शोम
3.
शिशिर बीता, बसंत ऋतु आई

तन- मन ने
उपवन – चितवन ने
ठिठुरन छोड़ी,
ली अंगड़ाई !

Dr. Neelam Verma
Dr. Neelam Verma

कोहरे का आवरण हटा
झांक रही प्रकृति छटा !
माँ सरस्वती के स्वागत में
कोकिल ने पंचम तान सुनाई !

सुनकर मीठे स्वर अनुरागी
देखो वह आम्रमंजरी जागी !
‘श्रीहरि’ को आमंत्रित करती
मधुमास की पीतवर्ण तरुणाई,
शिशिर बीता, बसंत ऋतु आई !
डा नीलम वर्मा
4.
बासन्ती रंग, ऊषा के छोर
से बिखर रहा कण कण में आज
सूरज की प्रियतमा ओढ़ चुनर
बिखराती किरणें साज साज ।

P.N. Mishra
P.N. Mishra

बज उठे सप्त स्वर दिशा दिशा
पावनी हवा में है संगीत
झंकृत वीणा की सुर लहरी
में कौन गा रहा मधुर गीत?

कोमल आलोक की धारा में
सतरंगी कण कण निखर गए
कुछ शिशिर बिंदु वाष्पित होकर
चंदन बन हवा में बिखर गए।

उस तरफ नाचता है मयूर
इस तरफ थिरकता श्वेत हंस
वेदों के मंत्र वाणी बन कर
गूंजते हैं चहुं दिस अंश अंश।

निर्झरा बह रही स्नेह धार
मां की आभा है सृष्टि व्याप्त
यह पुण्य पंचमी, है बसन्त
पुलकित है दिन पुलकित है रात

वेदों का ज्ञान, वीणा के स्वर
गति, ताल, छंद और अलंकार
भाषा, अभिलाषा की देवी!
हे सरस्वती! तुम्हें नमस्कार!
प्राणेंद्र नाथ मिश्र
5.
लो सखी आ गया बसन्त
खोला जो कपाट खिड़की का
भर गई कमरे में सुगन्ध

Rekha Asthana
Rekha Asthana

मंद मंद बयार चली
पिया ने किया आलिंगन।
लो सखी आ गया बसन्त
खगकुल उड़ चले अपना
चुग्गा खाने को
उधर बासन्ती सुगन्ध बयार ने भी
निवेदन किया अपने पास आने को।
लो देखो उड़ चली तितलियाँ भी
पुष्प वृंदा का रसपान करने को।
लो सखी आ गया फिर से बसन्त।
हर अंकुर ने ली अंगड़ाई स्वागत
करने का बसन्त को।
आमों की डाल पर बैठी कोयलिया
चित्कार उठी ,अब करो न देरी
देखो सखी आ गया बसन्त।
जब रोम-रोम खिल उठे
उर में प्रेम के भाव जगे
देखकर निज साजन को सजनी
कुछ गुनगुना उठे तभी समझो
लो सखी आ गया बसन्त
रेखा अस्थाना
6.
सर्दी की ठिठुरन से
शीत भरी सिहरन से
पाने निजात देखो आया बसंत
खेतों में झूमे सरसों की डाली

Ruby Shome
Ruby Shome

कोयलिया बोले बागों में काली
झूम झूम जाए आम की अमराई
चूम चूम जाए बदन हवा की अंगड़ाई
फागुन के आने का संदेशा बसंत
माघ के महीने में आता बसंत
बागों में फूलों का खिलना बसंत
खेतों में नई फसलों का, आना बसंत
सजी है आज धरती, करके श्रंगार
प्रकृति का कैसा देखो, अनुपम उपहार
झूम झूम आया ऋतु राज बसंत
बरसे बदरिया नृत्य करे मोर
मन के किसी कोने में, होने लगा शोर
चहुं ओर उत्सव है आया बसंत
धरा पर है होता, आगमन शारदे का
करें हम पूजन वंदन, मां शारदे का
वरदान हमको, देना ए माता
अंधेरा घना है,मिटा दो ए माता
पीले वस्त्र पीले रंग है पीला सब वातावरण
करती है आज धरा ऋतु राज का वरण
तरुवर से पात झरे, मधुवन में फूल खिले
हरियाली लेके आज फिर आया बसंत
सर्दी से ठिठुरन से
शीत भरी सिहरन से
पाने निजात देखो आया बसंत।
रूबी शोम
7.
खेत खलिहान डगर डगर पे, छाया बसन्त हैं जम के
मौसम हैं ये सुहाना, संग गाओ गीत उमंग के
सरसों इठला रही हैं और अमुवा की डाल पे मैना

Neeraj Saxena
Neeraj Saxena

धरती हुई बासंती, लगे पहनें सुनहरा गहना
त्योहारों की है रौनक, सजना हैं और संवरना
ऋतुराज दे निमंत्रण, आयेगा फाग महीना
सूरज की सुनहरी किरणें, पड़ती मचल मचल के
खेत खलिहान डगर पे, छाया बसन्त हैं जम के
हुई शीत ऋतु समापन, माघ पंचमी हैं आयी
माँ शारदे का पूजन, हैं बुद्धि विवेक दायी
पुष्पद को मिल रही हैं, नये कोपलों की दौलत
बौरों से लद गए हैं, आम्र व्रक्ष हुए हैं मादक
सब कुछ नया नया सा, देख आत्मा मुस्करायी
हर ओर हैं हरियाली, रंगत धरा पे छाई
वसुधा भी जँच रही हैं, चूनर नई पहन के
कोमल खिली हैं कलियां, उपवन में पुष्प महकें
खेत खलिहान डगर पे, छाया बसन्त हैं जम के
मौसम हैं ये सुहाना, संग गाओ गीत उमंग के
नीरज सक्सेना
8.
अमृत रस लिए आया है बसंत
चहुं और फैलाने स्वर्णिम खुशहाली,
विदा हो गया शीत का कोहरा और पतझड़,
आए हैं ऋतुराज राग रंग लेकर

मधु रुस्तगी
मधु रुस्तगी

उर स्पंदन में भरती प्रकृति की छटा निराली।
क्षितिज पर चमक आया है सूरज
लिए किरणें उम्मीदों की
गदराया धरती का यौवन यू जैसे
चले कामिनी इठलाती लिए गगरिया खुशियों की।
अमृत रस लिए आया है बसंत

पेड़ों ने जब डाला हरियाली का पालना
तो झूम उठी धरा ये मतवारी,
मीठे मीठे गीत सुनाती कोयलिया
फुदक रही देखो अंबुआ की डारी डारी,
मीठी मीठी धूप भी उतर आई है अंगना,
तो झूला झुलाने भी आ गई है मदमस्त पवन,
उदास हृदय में छाई अब सृजन की फुहार
आया बसंत लिए प्यार भरी विविध गंध और विपुल रंग।
अमृत रस लिए आया है बसंत

नवजात कोपलें फूट पड़ी है सुखी शाखाओं में
देखो तो जरा चटकीले हरे रंग में मुस्काती
हर टहनी पर झूल रही है बाकी चितवन लिए,
कुछ खिली अधखिली सुकुमारी कलियां लज़्जाती।
अमले तास पलाश जूही चंपा चमेली
सरसों के महकते फूलों की सजी है जो बारात,
और गुलाबी फूलों की महकती रूमानी खुशबू,
आहत हृदय को देती है प्रेम की प्यारी सी सौगातl
छाई है हवाओं में ये उल्लास की गंन्ध
जो चित में बजा रही है उमंग की मृदंग,
हर जीवन दहक रहा अब गुलमोहर सा,
उड़ता जा रहा यह मन उन्मुक्त स्वच्छंद।
अमृत रस लिए आया है बसंत

मन के मधुबन में जो मेरे थी मौन उदासी पतझड़ की,
सांकल खोल हृदय के भर ली खुशबू मैने वो बासन्ती सी,
दहकते फूलों की रंगत लेकर अपने गीतों की लड़ियां पिरोकर,
बनाऊंगी मैं एक सुंदर सी बंधनवार,
सजाऊंगी हृदय का आंगन चौबारा,
लगाऊंगी चौखट पे सुंदर सी बंधनवार,
रखूंगी भाव भरा एक कलश, मैं अपने हृदय के द्वार,
करूंगी मैं यूं ही तेरा इंतजार, ए बसंतl
अमृत रस लिए आया है बसंतl

ओ प्रियतम बसंत, हर वर्ष यूं ही आना,
करते हो जैसे धरा को सुशोभित,
मेरे जीवन को भी ऐसे ही सजाना,
और चाहती हूं मैं बस इतना
आत्मा को मेरी ,अपना वसन बासन्ति दे जाना
अमृत रस लिए आया है बसंत

मधु रुस्तगी 
9.
आज बसन्त ने मेरे द्वार पर, दस्तक लगाई
नई कोपलें खिल उठी, हवा ने ली अंगड़ाई

Suman Maheshwari
Suman Maheshwari

मस्त बयार ने बुझे दिलों में आस जगाई
शीत लहर को विदा देती, हवा फागुनी आई

फूलों की महक ने ताजगी चहुं ओर फैलाई
रंग-बिरंगे फूलों की छटा मेरे मन को भाई

देख जन जन का हर्ष, बासंती हवा मुस्काई
हवा के शीतल झोंकों ने, कैसी ठंडक पहुंचाई

बसंत तो बसंत है, श्रेष्ठ ऋतु कहलाई
जीवन रहे बसंत सा, गुहार हमने लगाई।
सुमन माहेश्वरी
10.
सखी री फिर आया बसंत
नव पल्लव पा
डाली डाली झूम रही

Mrs. Banu Bansal
Mrs. Banu Bansal

कुहके कोयल
पी आए है
पी आए है
गई शरद की ठंडी पवन अब
मन मेंउठी हिलोर फिर से

देखो देखो नव पल्लव भी
झांक रहे है
ओट डाल की
नहीं कोई अवरोध

झूमे संग फूलों के
होके अब मद मस्त
भँवरे करते है गुंजार
चिड़िया भी अब फुदक रही है
गाती गीत भर उल्लास

आओ सखी अब हम मनाये
बसंत मन भावन का त्योहार
बानू बंसल
11.
और अब अन्त में कुछ हमारी स्वयं की लेखनी से🙂🙏💐
वसन्त का राग मनोहर
मन वीणा पर गाते जाते

आज पवन मस्ती में बहता
कलियों संग अठखेली करता

कात्यायनी डा पूर्णिमा शर्मा
कात्यायनी डा पूर्णिमा शर्मा

और हवा की देख मसखरी
हर पीला पत्ता मुस्काता

रूपसि बरखा भी मेघों के
मध्य खड़ी निज केश झटकती
मोती जैसी बूंदों का जल
हर घर आंगन में टपकाती

कुछ तो शीत लहर की ठण्डक
कुछ रिमझिम बूंदों की सिहरन
गोरी के मन नई उमंगे
मचल मचल कर हैं उमगातीं

किन्तु तभी अरूणिम उषा को
आगे करके भोर है आती
और प्रिया को मेघों की वह
रश्मिकरों से दूर भगाती

वातायन के पट खुलते ही
भोर सुहानी भीतर तकती
हिम शिखरों पर कलश धूप का
किरणें निज कर लेकर आतीं

धीरे धीरे धूप बिखरती
तितली पुष्पों पर मंडरातीं
कुसुमों के अधरों पर चुम्बन
जड़कर, मधुरस ले उड़ जातीं

और उधर भंवरे भी देखो
सुमनों से कुछ छन्द चुराते
और हरित पत्रों पर वासन्ती
कुछ गीत तभी रच जाते

गोरैया निज नयनों में है
नीलम जैसे नभ को भरती
और क्षितिज से मिलन हेतु वह
दूर गगन में उड़ती जाती

मलय समीरण भी नदिया के
जल में कुछ हलचल कर देता
और गोरी के नयनों में भी
प्रेम के अनगिन रंग भर देता

आम्र कुँज में कामदेव का
उसी समय नर्तन हो जाता
बौराया वसन्त तब प्रेमी
जन पर है निज बाण चलाता

धीरे धीरे धूप भास्कर
संग गगन के पीछे छिपती
और सिंदूरी संझा निज पग
हौले से निशि के घर धरती

झीलों के दर्पण में चन्दा
जैसा मुखड़ा रजनी तकती
और निशिकर के प्रेम पाश में
बंधकर सुध बुध भूली रहती

पर अनंग के बाणों से बिंध
प्रेमीजन बौराए जाते
और वसन्त का राग मनोहर
मन वीणा पर गाते जाते
—–कात्यायनी

 

bookmark_borderवसन्तोत्सव 2024

वसन्तोत्सव 2024

WOW India के साहित्यकृतिक मंच और मिथिलाक शिल्प

द्वारा आयोजित काव्य संगोष्ठी

की कुछ झलकियाँ

आज एक ओर जहां ज्ञान विज्ञान की दात्री मां वाणी के अवतरण दिवस के उपलक्ष्य में वाग्देवी के पूजन अर्चना का दिन है वहीं दूसरी ओर समस्त जड़ चेतन को मदमस्त कर देने वाले कामदेव के प्रिय सखा वसन्त के स्वागत का उल्लासमय पर्व है – वसन्त पंचमी… WOW India ने इसी उपलक्ष्य में “मिथिलाक शिल्प” संस्था के साथ मिलकर 11 फरवरी को दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ विस्तार स्थित IPEX भवन में एक काव्य संगोष्ठी का आयोजन किया था…

इस संगोष्ठी में हिन्दी और मैथिली के जिन कवि – कवयित्रियों ने अपनी रचनाओं से सभी के मनों को केसर के वासन्ती धागों के रंग में रंग दिया उनके नाम हैं…

कार्यक्रम में WOW India की वर्ष्ठ उप सचिव श्रीमती बानू बंसल, उप सचिव श्रीमती अर्चना गर्ग, मिथिलाक शिल्प के संस्थापक श्री मुकेश आनन्द और संयोजक मिथिला मेसरी श्री मनोज मनोहर सहित दोनों संस्थाओं के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे…

कार्यक्रम का सफलतापूर्ण संचालन श्रीमती रूबी शोम और इहा झा ने किया…

प्रस्तुत हैं कार्यक्रम के कुछ चित्र… बहुत शीघ्र कार्यक्रम का YouTube Link भी शेयर कर दिया जाएगा…

डा पूर्णिमा शर्मा