World hypertension day
आज वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे है, आइए जानते हैं ब्लड प्रेशर के विषय में डॉ रूबी बंसल से – जो एक Preventive health & Infectious Diseases Expert होने के साथ ही MD, Fellowship HIV Medicine (MAMC, Delhi), Observership HIV & Transplant ID (UIC, USA), Fellowship Infectious Diseases (CMC, Vellore ) और WOW India की Joint Secretary हैं… एक बार अवश्य इस लेख को पढ़ें… डॉ पूर्णिमा शर्मा, Secretary Gen. WOW India & Web Editor…
- उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) क्या है?
उच्च रक्तचाप, जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, एक सामान्य स्थिति है जिसमें आपकी धमनियों में रक्त का दबाव लंबे समय तक अत्यधिक बढ़ा रहता है। यह हृदय और रक्त वाहिकाओं को अधिक मेहनत करने पर मजबूर करता है, जिससे हृदय रोग, स्ट्रोक, और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
- लक्षण:
उच्च रक्तचाप के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
गंभीर सिरदर्द headache
थकान या भ्रम
घबराहट
छाती में दर्द
सांस लेने में तकलीफ
धुंधली दृष्टि
मूत्र में रक्त blood in urine
- कारण:
उच्च रक्तचाप के दो मुख्य प्रकार होते हैं:
प्राथमिक (एसेन्शियल) हाइपरटेंशन: इसके कारण स्पष्ट नहीं होते हैं और यह धीरे-धीरे वर्षों में विकसित होता है।
सेकेंडरी हाइपरटेंशन: यह और बीमारियों के कुप्रभाव के कारण होता है, जैसे किडनी की समस्याएं, थायरॉइड विकार, एड्रेनल ग्लैंड की बीमारियां, या कुछ दवाओं का उपयोग
- जोखिम कारक: high risk causes
आयु: 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में उच्च रक्तचाप अधिक आम है।
अधिक वजन या मोटापा
शराब और तंबाकू का अधिक उपयोग
अधिक नमक का सेवन
शारीरिक गतिविधि की कमी
तनाव
- इलाज:
उच्च रक्तचाप का इलाज करने के लिए विभिन्न प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं, जिनमें डाययूरेटिक्स, बीटा-ब्लॉकर्स, कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, और एंजियो इसके अलावा, जीवनशैली में बदलाव, जैसे स्वस्थ आहार अपनाना, नियमित व्यायाम करना, और नमक का सेवन कम करना भी महत्वपूर्ण है
- निष्कर्ष:
उच्च रक्तचाप एक गंभीर स्थिति है जो समय पर निदान और उचित इलाज के बिना हृदय रोग और स्ट्रोक का कारण बन सकता है अतः जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना अत्यंत आवश्यक है।